जननी जन्मभूमि

जननी जन्मभूमि एक ऐसी कविता है जो हमारी धरती का महत्व बतलाती है। और यहाँ कवि ये उम्मीद करता है कि समय आने पे हम इसकी रक्षा भी करेंगे। और ये हमारा कर्तव्य भी है। क्यूंकि ये कहा गया है कि जिस भी वस्तु का हम उपयोग करते हैँ उसको बचाना हमारा काम बन जाता है ,या यूं कहें कि हमारा फ़र्ज़।